ज़िद्दी बनना है, तो दूसरों के भले के लिए बने |


अगर खुद पे है भरोसा, तो करना दूसरों पर भरोसा|

जो भी करना, अच्छा करना क्योंकि यही तो है सब भरना |

सच्चे हो तभी तो अच्छे हो,
झूठे हो तभी तो कच्चे हो |

मुस्कान है, तो हल है |
हल है , तो कल है |
अगर कल है, तो ही हम संग है |

पढ़ाई जरूर करो, पर उतनी करो |
कि जिसमें सब का सम्मान करो |
और इतनी भी मत करो, कि जिसमे एक-दूसरे से भेदभाव करो |


पहले खुद ही नियमों को बनाओ , फिर उन नियमों को खुद ही तोड़ो और छोड़ो |
अगर वही नियमों को कोई ओर तोड़े, तो उनको अच्छे से मोड़ो |

जब थामा है हाथ तो देंगे भी साथ,
ओर इस साथ में हमारा होगा एक ही पाथ |

पहले मिलो , फिर खिलो |
ओर उसके बाद जिंदगी को अच्छे से सिंचो |

वो दूर तो कोसो चले गए पर,
पीछे अपनी यादें और पहचान वैसी ही छोड़ गए |

वो छाप तो अपनी ऐसी छोड़ गए, 
जिनके जैसा बनना तो आसान नहीं, 
पर मुमकिन है उनसे बेहतर करना |

आज कलम आपके हाथ में होगी, 
माँ बाप की दुआएं साथ में होगी, 
तो डरना नहीं होगा इस इम्तिहान में, 
बस आगे बढ़ते रहना होगा इस इम्तिहान में |

बात-बात पर गुस्सा करने के बजाए, 
जिंदगी में अपने गोल को जानने में एक बार गुस्सा कर लेना चाहिए|

जिस पर लगाया था बल,  
आज आया है वो पल, 
जब मिलेगा उसका फल |

जिंदगी में बस रह गई है बातें, 
उन बातो में होगी कई नयी मुलाक़ाते, 
जिसमें जाएंगी बहुत सी रातें |

  अस्त रहो, 
  व्यस्त रहो, 
 जिंदगी में मस्त रहो |

जब सपना हो अपना , तो काम भी हो अपना |

जिनके साथ होती है यादें, कभी खत्म नहीं होती उनके साथ बातें।

अगर जिंदगी में कुछ करना चाहते हो हासिल,
तो पहले उनको करो अच्छे से दाखिल ।

मेरा है एक सवाल ,
जिनके है अनेक जवाब ,
परंतु पता नही कोन सा होगा वो जनाब जो देगा एक जवाब ।

जिनकी बातें होती है सच्ची,
उनकी जिंदगी होती है अच्छी,
ओर उनकी यादे नहीं होती है कच्ची ।

याद है वो पल,
जिसमें होते थे हल ,
अब जाते है सारे काम टल ,
ना जाने कैसे होगा कल ।

कुछ तो लोगो का कहना होगा,
चाय का कप भरना होगा,
कुछ बातों को सहन करना होगा,
ओर हमें सब की खुशी के लिए घर रहना होगा।